जयपुर।
राजस्थान के 3741 महात्मा गांधी इंग्लिश स्कूल फिर से हिंदी विद्यालय बनेंगे। राजस्थान सरकार ने चार मंत्रियों की एक रिव्यु कमेटी बनाई है, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर निर्णय लिया जाएगा। इस रिपोर्ट के अनुसार तय होगा कि कितने स्कूल बंद होने हैं, कितनों को फिर से हिंदी माध्यम में बदलना है, कितनों को मर्ज करना है, कितनों में संसाधन बढ़ान हैं, कितनों में शिक्षकों की भर्ती करनी है और कितनों में सहायक स्टाफ को अपॉइंट करना पड़ेगा।
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दरअसल, पिछली अशोक गहलोत सरकार ने 2022 में राज्य के 100 हिंदी विद्यालयों को अंग्रेजी में बदल दिया था। इसके बाद चरणबद्ध तरीके से काफी विद्यालयों का नाम बदलकर महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूल किया गया, लेकिन सरकार ने न तो बजट दिया, ने टीचर अपॉइंट किये, न लाइब्रेरी बनाई, न लेब स्थापित की और न ही स्टाफ का सलेक्शन किया गया।
नतीजा यह हुआ कि इस बार 100 से अधिक स्कूल ऐसे हैं, जिनमें एक भी नया एडिमिशन नहीं हुआ है। इसके चलते सरकार को सोचना पड़ा है कि आखिर किस वजह से इन विद्यालयों में कोई बच्चा प्रवेश नहीं लेना चाहता है। इसी कारण से सरकार ने मंत्रियों की कमेटी का गठन किया है।
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