महाराजा सूरजमल बलिदान दिवस, अटल जयंति, तुलसी पूजन दिवस और गुड गर्वनेंस दिवस हैं



आज 25 दिसंबर है, यानी अंग्रेजी महीनों के हिसाब से देखा जाए तो आज से ठीक पांच दिन बाद नया साल शुरू हो जाएगा। आज की तारीख के मुताबिक अजैय योद्धा महाराजा सूरजमल का बलिदान दिवस है। आज ही पूर्व पीएम भारत रत्न अटल बिहारी वाजयेपी की 100वीं जयंति है, आज ही तुलसी पूजन दिवस भी है और आज ही मोदी सरकार द्वारा शुरू किया गया गुड गर्वनेंस दिवस भी है। आज 25 दिसंबर को भारत के हिसाब से 4 बड़े पर्व हैं।

केंद्र सरकार ने पूर्व पीएम अटल जी के 100वीं जयंति को गुड गर्वनेंस दिवस के रुप में मनाने का निर्णय किया था। पीएम मोदी के अनुसार जब सरकारी योजनाएं अंतिम व्यक्ति तक पहुंचती है, तभी गर्वनेंस का मतलब साबित होता है, तभी लगता है कि सरकार अच्छे से काम कर रही है, सरकार का अर्थ शासन करना नहीं, बल्कि सेवा करना होना चाहिए। 

गौरतलब है कि मोदी ने खुद को प्रधान सेवक और देश का चौकीदार बता चुके हैं। प्रधान सेवक के रुप में मोदी ने खुद को देश का पहला सेवक बताया है, जो सदैव सेवारत रहता है। भरतपुर राज्य की स्थापना करने वाले अजैय योद्धा महाराजा सूरजमल का आज बलिदान दिवस है। कहा जाता है कि अपने जीवनकाल में उन्होंने 100 से ज्यादा युद्ध लड़े और एक में भी पराजित नहीं हुए, जब अंत समय आया, तब धोखे से पीठ पर वार किया गया था।

अटल बिहारी वाजपेयी भाजपा के संस्थापक सदस्य थे। उनको तीन बार देश का प्रधानमंत्री बनने का अवसर मिला। पहली बार केवल 13 दिन पीएम रहे, उसके बाद करीब डेढ़ साल और फिर पांच साल तक पीएम रहे। साल 2004 के आम चुनाव के बाद अटल बिहारी ने राजनीति से अघोषित संन्यास ले लिया था। मोदी सरकार ने उनको भारत रत्न से नवाजा था। 

आज ही तुलसी पूजन दिवस है, हिंदू धर्म में तुलसी पूजना का विशेष महत्व है। तुलसी को वैसे तो अपने औषधीय गुणों के कारण बहुत बड़ी औषधि माना जाता है, लेकिन इसके साथ ही हिंदू धर्म में इसकी तुलसी मां के रुप में पूजा की जाती है। इस वजह से आज विश्वभर के हिंदू तुलसी पूजन दिवस के रुप में मनाते हैं।

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