प्रवासी राजस्थानियों के लिए बनेगा विशेष विभाग- मुख्यमंत्री

रामगोपाल जाट 

जयपुर। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि राजस्थानी जहां जहां जाकर बसे हैं वहां की अर्थव्यवथा में सुधार किया है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में आठ करोड़ की जनसंख्या बताई जा रही है। इसके अलावा भी दो ढाई करोड़ बाहर प्रवास करते हैं। इन सबको मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा हक से बुलाकर राजस्थान में निवेश के लिए आमंत्रित करें।  

उन्होंने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों पर राजस्थान का अधिकार है। वे यहां आएं और मातृभूमि का ऋण चुकाने के लिए निवेश करें। उन्होंने कहा कि हमारे महाराष्ट्र में कहावत है, जहां न पहुंचें बैलगाड़ी वहां पहुंचे मारवाड़ी। राजस्थानी जहां गए हैं वहां अच्छा कार्य किया। लगन और परिश्रम से अपना स्थान बनाया है।

राज्यपाल बागडे मंगलवार को “राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट“ की “प्रवासी राजस्थानी कॉन्क्लेव“ में संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों ने देशभर की अर्थव्यवथा में महती भूमिका निभाई हैं। अब समय राजस्थान को विकसित करने का है।

राज्यपाल ने कहा कि दुग्ध क्षेत्र में राजस्थान अग्रणी है। इस क्षेत्र में और विकास की आवश्यकता है। उन्होंने राजस्थान में निवेश करने बालों को विश्वास दिलाया कि यहां आएंगे तो राज्य सरकार  हर संभव सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में  बारिश के पानी को रोके जाने पर अधिक से अधिक कार्य हो। इस समय प्रदेश में एक ही फसल ली जाती है। बारिश के पानी को सहेज कर प्रयास करें कि दो फसल यहां हो। 

राज्यपाल ने आह्वान किया कि आदिवासी क्षेत्रों में लोगों को काम दें।  पिछड़े क्षेत्रों में कारखाने खोले और गरीब, किसान और घुमंतुओं की आर्थिक स्थिति में सुधार में प्रवासी भागीदारी बने। उन्होंने कहा कि राजस्थान में गौ धन संरक्षण के लिए अच्छा कार्य होता है। 

 गौशालाओं में गायों के लिए किए जा रहे कार्यों की भी उन्होंने सराहना की। उन्होंने मुख्यमंत्री द्वारा पहल कर निवेश प्रोत्साहन लिए किए जा रहे विशेष प्रयासों को महत्वपूर्ण बताया और निवेश नीति की सराहना की।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि देश दुनिया में प्रवासी राजस्थानियों की मेहनत, कर्मठता और लगन से राजस्थान गौरवान्वित हुआ है। हमारी सरकार ने यह निर्णय लिया है कि प्रवासी राजस्थानियों के हितों को ध्यान में रखते हुए उनके लिए एक विशेष विभाग बनाया जाएगा। साथ ही, 10 दिसंबर को हर वर्ष प्रवासी राजस्थानी दिवस के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने राज्य में पहली बार हर साल प्रवासी राजस्थानी सम्मान देने का निर्णय लिया है। 

प्रवासी राजस्थानियों के परिवारों को किसी तरह की समस्या आती है, तो इसके लिए हर जिले में सिंगल प्वाइंट कॉन्टेक्ट बनाया जा रहे हैं। मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि राजस्थान आज विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। हाईवे का तीसरा एवं रेलवे का पांचवां सबसे बड़ा नेटवर्क, सात प्रमुख हवाई अड्डे और दिल्ली-मुंबई फ्रेट कॉरिडोर राजस्थान को परिवहन के लिए अत्यंत सुविधाजनक स्थान बनाते हैं। 

भारत का सबसे बड़ा राज्य राजस्‍थान अब बड़े अवसरों की भूमि बन रहा है। उन्होंने कहा कि हम अगले 5 साल में राज्य की अर्थव्यवस्था को 350 बिलियन डॉलर करने के संकल्प के साथ काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान अक्षय ऊर्जा में अग्रणी है तथा सौर एवं पवन ऊर्जा उत्पादन की भी यहां अनुकूल स्थितियां हैं। 

 शर्मा ने राजस्‍थान में अपार संभावनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि यहां का हर कोना, अपनी समृद्ध धरोहर, प्रकृति, संस्कृति और विविधताओं का दर्शन करवाता है। यहां वाइल्‍ड लाइफ, वेलनेस, वेडिंग एवं धार्मिक पर्यटन के बढ़ने के कारण होटलों की मांग तेजी से बढ़ रही है। राजस्थान में प्रतिवर्ष देष-विदेश से करोड़ों पर्यटक आते हैं। 

उन्होंने कहा कि राजस्थान में खनन् क्षेत्र में भी असीमित संभावनाएं हैं। हमने हाल ही में राजस्थान खनिज नीति-2024 एवं राजस्थान एम-सैण्ड पॉलिसी-2024 लॉन्च की है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग, वस्त्र, चिकित्सा उपकरण, रक्षा उपकरण, खाद्य प्रसंस्करण, डेटा सेंटर जैसे क्षेत्रों में भी निवेश के लिए बेहतरीन अवसर हैं।

 शर्मा ने कहा कि हमने निवेषकों के लिए एक ऐसा माहौल तैयार किया है, जहां उन्हें हर संभव सुविधाएं मिलेंगी। हमने निवेश के लिए सरकारी प्रक्रियाओं को सरल बनाया है तथा उद्योगों में नवाचारों को प्रोत्साहित किया है। 

उन्होंने कहा कि निवेशकों के लिए 10 नई नीतियां बनाने के साथ ही राज निवेष पोर्टल से समयबद्ध मंजूरी भी सुनिष्चित की जा रही है। उन्होंने प्रवासी राजस्थानियों से अपील की है कि वे राज्य के विकास में भागीदार बनें तथा अपनी मातृभूमि में निवेश कर अपनी आने वाली पीढ़ी के जुड़ाव को मजबूत करें।

सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर ने कहा कि राजस्थान का व्यक्ति विश्व भर में अपने कठिन परिश्रम के लिए जाना जाता है राजस्थानी देश के किसी भी राज्य में गया हो अथवा विदेश में उसने, हर जगह अपना नाम कमाया है। 

साथ ही वह अपनी जन्मभूमि को कभी नहीं भूले हैं। उन्होंने कहा कि गत 10 सालों में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में अब भारत दुनिया का नेतृत्व कर रहा है तथा विश्व गुरु एवं सोने की चिड़िया बनने की राह पर है।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के अथक परिश्रम से राइजिंग राजस्थान बेहद सफल कार्यक्रम साबित हुआ है तथा श्री शर्मा प्रवासी राजस्थानियों के किसी भी काम में कमी नहीं आने देंगे।  

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रवासी बंधुओं को हर तरह की सुविधा मुहैया करवाई जा रही है। उन्होंने प्रवासी राजस्थानियों से कहा कि वे साल में एक बार जरूर अपने गांव जाएं तथा सब मिलकर राजस्थान को हिंदुस्तान का नंबर 1 प्रदेश बनाने का संकल्प लें।

केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में सुशासन की नई परिभाषा बनी है तथा सुशासन से सिस्टम में त्वरित एवं सटीक निर्णय में आसानी हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत के विज़न में राइजिंग समिट की भागीदारी बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी। 

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 1 वर्ष में ही शाहपुरा से जर्मनी तक डूंगरपुर से इंग्लैंड तक राइजिंग समिट का माहौल बनाया है तथा निवेशकों के लिए एक सफल कार्यक्रम का संचालन किया है। 

उन्होंने कहा कि मारवाड़ियों की अपार उद्योग की क्षमता, निर्विवाद रहने की कला तथा संस्कारों से दुनिया भर में मारवाड़ियों का डंका बजा है। अब कोर बिजनेस के साथ ही मारवाड़ी हॉस्पिटैलिटी, आईटी, ए आई जैसे क्षेत्रों में भी आगे बढ़ते दिख रहे हैं।

प्रवासी उद्योगपति एन. सेठिया ग्रुप ऑफ कम्पनीज (यूके) के फ़ाउण्डर एवं चेयरमैन निर्मल कुमार सेठिया ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि राजस्थान वीरों की भूमि है और यह साहस और वीरता के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि सफल होने के साथ ही हम सभी को एकता और मानवता को भी अपनाना चाहिए।

राजस्थान बिजनेस एवं प्रोफ़ेशनल्स ग्रुप (दुबई) के चेयरमैन  अशोक ओढरानी ने कहा कि हमारी सभ्यता और संस्कृति ही हमारी सफलता का आधार है। उन्होंने कहा कि आरबीपीजी संगठन यूएई में प्रवासी राजस्थानियों एवं राजस्थान सरकार में मध्य निवेश, सीएसआर सहित अन्य क्षेत्रों के लिए सेतु का कार्य कर रहा है। 

उन्होंने राजस्थान सरकार द्वारा निवेश को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना (रिप्स-2024) निवेश के क्षेत्र में हॉलमार्क है। उन्होंने राजस्थान में व्यवसाय के विस्तार को लेकर रुचि व्यक्त की ।

सीजी कार्प ग्रुप के चैयरमैन एवं नेपाल के संसद सदस्य डॉ. बिनोद चौधरी ने कहा कि प्रवासी राजस्थानियों ने प्रदेश की संस्कृति और विरासत के वाहक के रूप में  देश-दुनिया में उद्यमिता के क्षेत्र में विशेष पहचान बनाई है। 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी में हर मूल भारतीय का दुनिया में मान बढ़ाया है । साथ ही, उन्होंने मारवाड़ियों की उद्यमिता की कुशलता को संजोए जाने के संबंध में सुझाव भी दिए।

पीरामल ग्रुप के चेयरमैन अजय पीरामल ने कहा कि आर्थिक निवेश के साथ ही सामाजिक निवेश भी ज़रूरी है। पीरामल फाउंडेशन राजस्थान सरकार के सहयोग के माध्यम से झुंझुनूं सहित राजस्थान के विभिन्न स्थानों पर शिक्षा के क्षेत्र में कार्य कर रहा है। 

उन्होंने कहा कि भारत दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था है और तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की प्रगति में सभी वर्गों का साथ सुनिश्चित करते हुए समाज सेवा में आगे आएँ ।

उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्द्धन राठौड़ ने कहा कि राइजिंग राजस्थान राज्य सरकार का संकल्प है और प्रवासी राजस्थानी इस संकल्प को पूरा करने वाली टीम का अहम हिस्सा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश में  निवेश के क्षेत्र में लालफ़ीताशाही को ख़त्म किया है। 

प्रदेश में निवेश एवं निर्यात को बढ़ावा देने के लिए नई नीतियों को लागू किया है, जिनमें माध्यम से निर्यातकों को फ्रेट सब्सिडी से लेकर निवेशकों को सिंगल विंडो सिस्टम की सुविधा प्रदान की जा रही है।

इससे पहले पश्चिमी राजस्थान के 108 लंगा एवं मांगणियार बाल-कलाकारों ने ‘पधारो म्हारे देस’ लोकगीत की मनमोहक प्रस्तुति दी। इस अवसर पर ‘प्रदेश में निवेश के अवसर’ एवं ‘प्रवासी राजस्थानी’ थीम पर आधारित लघु फ़िल्म्स भी प्रदर्शित की गई। 

कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी, डॉ. प्रेमचंद बैरवा सहित मंत्रिगण, विधायकगण अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में प्रवासी राजस्थानी उपस्थित रहे।

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