राजस्थान सरकार ने अहम निर्णय लेते हुए प्रदेश के 9 जिले और 3 संभाग समाप्त कर दिए हैं। बीजेपी सरकार का आरोप है कि अंतिम वर्ष में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार ने चुनाव जीतने के लिए 17 जिले और 3 नए संभाग बनाये थे। सीकर, पाली और बांसवाड़ा संभाग भी निरस्त कर दिए हैं।
इसके साथ ही आचार संहिता लागू होने से ठीक पहले 3 जिले भी निरस्त बताए गए हैं। जिन जिलों को निरस्त किया गया है उनमें जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण, सांचोर, दूदू, गंगापुर सिटी, केकड़ी, अनूपगढ़, शाहपुरा और नीम का थाना को फिर से खत्म कर दिए हैं।
अंतिम दिन बनाये गए मालुपरा, सुजानगढ़ और कुचामन को भी निरस्त माना गया है। ग़ौरतलब है कि सरकार ने इस संबंध में एक मंत्रिमंडलीय समिति गठित की थी, जिसकी सिफारिशों के आधार पर यह निर्णय लिया गया है।
राजस्थान की केबिनेट बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। इसके तहत प्रदेश में पंचायती राज चुनाव के लिए पंचायत पुनर्गठन किया जाएगा। पहले 6500 की जनसंख्या पर एक पंचायत थी, उसे 5000 की जनसंख्या पर पंचायत बनाने का निर्णय लिया गया है।
दरअसल, तत्कालीन अशोक गहलोत सरकार ने 23 मार्च 2023 को प्रदेश में 17 नए जिले और 3 नए संभाग बनाने की घोषणा की थी। उसके बाद चुनाव की तारीख़ों की घोषणा होने दिन ही 3 और जिले बनाने का ऐलान किया गया था।
राजस्थान में अब 17 में से बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना कुचामन, कोटपुतली बहरोड़, खैरथल तिजारा, फलोदी, ब्यावर 8 जिले यथावत रहेंगे। जिनको समाप्त किया गया है उनमें अनूपगढ़, दूदू, केकड़ी, नीमकाथाना, शाहपुरा, सांचोर, गंगापुर सिटी, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर ग्रामीण जिले हैं।
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