कोई भी शिक्षक स्वेच्छा से बिना सक्षम स्वीकृति के अवकाश पर गया तो होगी सख्त कार्यवाही



जयपुर। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बुधवार को जयपुर में सांगानेर, चाकसू और शिवदासपुरा क्षेत्रों में सरकारी विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान दिलावर ने विद्यालयों में अध्यापकों की मौके पर उपस्थिति की जांच की और स्कूल परिसर में स्वच्छता और शौचालयों की साफ-सफाई के बारे में विशेष निर्देश दिए। उन्होंने विद्यालयों के निरीक्षण के दौरान मौके पर मौजूद शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी विद्यालयों में कोई भी शिक्षक स्वेच्छा से बिना सक्षम स्वीकृति के अवकाश पर नहीं रहे, इस व्यवस्था विद्यालयों में लागू करने के के लिए आदेश प्रसारित किया जाए। 


उन्होंने कहा कि सभी शिक्षक शाला दर्पण पोर्टल पर केवल आवेदन करके अवकाश पर नहीं रहे, सभी संस्था प्रधान अवकाश के प्रकरणों में ऑनलाइन स्वीकृति जारी करे, उसके बाद ही कोई शिक्षक अवकाश पर जाए, यह व्यवस्था सभी स्कूलों में सुनिश्चित की जाए। दिलावर ने इस दौरान अधिकारियों को विद्यालयों में लगे एक्सेस टीचर्स की सूचना भी प्रस्तुत करने के निर्देश दिए, जो स्वीकृत पदों के अतिरिक्त कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा कलक्टर, एसडीएम या सीईओ कार्यालयों में प्रतिनियुक्ति पर लगे शिक्षकों को कार्य मुक्त कराने के भी निर्देश दिए।

  

शिक्षा मंत्री ने सांगानेर में शहीद पुनीतनाथ दत्त राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में एक-एक शिक्षक की रजिस्टर से उपस्थिति जांच की, वहीं विद्यालय परिसर में छात्र-छात्राओं के शौचालय, पेयजल और साफ-सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करते हुए संस्था प्रधान को जेडीए और नगर निगम से समन्वय करते हुए विद्यालय परिसर में स्वच्छता व्यवस्था को दुरूस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने श्रीराम की नांगल में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, ग्राम पंचायत, उप स्वास्थ्य केन्द्र और आईटी केन्द्र का निरीक्षण किया और इस दौरान शिक्षकों एवं कार्मिकों को निर्देश दिए कि आगे से कहीं भी स्वच्छता में कमी रही तो जिम्मेदार कार्मिकों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। आइटी केन्द्र में सरपंच और ग्राम सेवक को निर्देश दिए कि वे नियमित रूप से वार्ड पंच और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मीटिंग ले और ग्राम पंचायत के विकास से सम्बंधित कार्यों के प्रकरणों के समयबद्ध पर निस्तारण पर चर्चा करें।


दिलावर ने महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूल, शिवदासपुरा में मिड-डे-मील के तहत बच्चों के बीच बैठकर भोजन किया और वहां परोसी गई आलू-छोले की सब्जी और चपाती की गुणवत्ता को परखा। वहीं कक्षा कक्षों में जाकर बच्चों से आत्मिक संवाद किया और उनसे जोड़, पहाड़े, पारिवारिक रिश्ते और सामान्य ज्ञान के सवाल पूछे। 


राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, चंदलाई और महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल चंदलाई में बच्चों के नामांकन की न्यून संख्या होने पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इन विद्यालयों के पुनर्गठन के सम्बंध में कार्यवाही करने के निर्देश दिए। राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक संस्कृत विद्यालय, चंदलाई में शौचालयों में स्वच्छता की स्थिति पर नाराजगी जताते हुए नियमित तौर साफ-सफाई के निर्देश दिए।


शिक्षा मंत्री ने चंदलाई में स्कूलों में सूर्य सप्तमी पर आगामी 15 फरवरी को प्रदेश में सामूहिक तौर पर सूर्य नमस्कार के होने वाले आयोजन की तैयारियों के बारे में शिक्षकों और ग्राम वासियों से फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में रोजाना इसका अभ्यास कराया जाए और ग्राम वासियों की भी इसमें भागीदारी के लिए प्रेरित किया जाए। राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, निमोड़िया में प्रिंसिपल को कक्षाओं में बच्चों की संख्या के बारे में जानकारी नहीं होने पर नाराजगी जताई। यहां बच्चे खुले में पढ़ते हुए मिले।


शिक्षा मंत्री ने यहां विद्यालय में विषय अध्यापकों एवं बच्चों से बोर्ड पर सौंदर्य, आशीर्वाद और ब्रह्मचाारिणी जैसे शब्द लिखवाकर उनके शब्द और भाषा ज्ञान को परखा। वहीं बच्चों से संस्कृत के श्लोक और उनके अर्थ पूछकर उनके अध्ययन स्तर की जांच की। किसान सेवा केन्द्र निमोड़िया में स्थित लाईब्रेरी में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे, छात्रों से संवा कर उनकी हौसला भी बढ़ाया।

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