—रेल मंत्री का बयान और प्राथमिक जांच के बाद कुछ लोगों की पहचान की गई है, जो साबित करती है कि यह केवल हादसा नहीं था, बल्कि रेल की लाइन के बीच से क्लिप हटाकर घटना कारित की गई है।
दो दिन पहले उडिसा के बालासोर में हुए ट्रिपल अटैक में कई तरह की चीजें निकलकर सामने आ रही हैं। पहले यह माना जा रहा था कि शायद गलत सिग्नल के कारण यह हादसा हुआ है, लेकिन द कमिशनर ओफ रेवले शेफ्टी की प्राथमिक जांच में पता चला है कि इस घटना के पीछे कुछ लोगों का हाथ है, जिनकी पहचान की जा चुकी है और जल्द ही इसका खुलासा किया जायेगा।
दरअसल, गुरुवार को शाम करीब साढे सात बजे उडिसा के बालासोर में एक ट्रेन के कुछ डिब्बे ट्रेक से उतर गये थे, जिसके बाद सामने से दूसरी पटरी पर आ रही ट्रेन की टक्कर हो गई। इसके बाद तीसरे ट्रेक पर आ रही मालगाडी से टक्कर हुई। इस दुर्घटना में अब तक 275 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 900 से अधिक घायल बताये गये हैं।
खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मौके पर जाकर इस घटना की जानकारी ली और अस्पतालों में भर्ती मरीजों को देखा। उसके बाद मोदी ने बयान देकर कहा कि इस घटना के पीछे जो कोई भी जिम्मेदार हैं, उनको छोड़ा नहीं जायेगा, उनको कड़ी से कड़ी सजा दी जायेगी। घटना के बाद एनआईए की टीम ने अपनी जांच शुरू कर दी थी, जिसके बाद इसे आतंकी घटना से जोड़कर देखा जा रहा था।
शुरूआती जांच से साफ हो गया है कि वास्तव में यह घटना आतंकी मानसिकता से प्रेरित ही थी। प्राथमिक जांच के बाद रेल मंत्री अविश्वनी वैष्णव ने बयान देकर साफ किया है कि कुछ लोगों की पहचान की जा चुकी है, जो इस घटना के लिये जिम्मेदार हैं।
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