Siyasibharat: राष्ट्रीय समाज कार्य शिक्षा परिषद के गठन की मांग को लेकर समाज कार्य शिक्षा से जुड़े शिक्षाविदों ने 25 जून को राष्ट्रीय स्तर पर एक वेबिनार का आयोजन किया।
राजस्थान राज्य अभियान समिति एवं समाज कार्य विभाग, राजस्थान केंद्रीय विश्वविधालय, अजमेर ने सामाजिक कार्य से जुड़े लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए इस कार्यक्रम की मेजबानी की, ताकि उन्हें राष्ट्रीय समाज कार्य शिक्षा परिषद के गठन के समर्थन अभियान के लिए संगठित और तैयार किया जा सके। समिति की यह मांग है कि राष्ट्रीय समाज कार्य शिक्षा परिषद बिल को संसद में पास किया जाए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में अंतरराष्ट्रीय सामाजिक कार्य शिक्षक प्रोफेसर अर्चना दासी एवं डॉ. शेवली कुमार ने हिस्सा लिया। प्रोफेसर अर्चना दासी ने कहा कि सामाजिक कार्य शिक्षा को उन्नत करने और मानकों को बनाए रखने के लिए एक राष्ट्रीय सामाजिक कार्य शिक्षा परिषद की स्थापना होनी चाहिए।
कई सवालों का जवाब देते हुए डॉ. शेवली कुमार ने कहा कि 'शिक्षा में उत्कृष्टता और पेशे में दक्षता' को और अधिक सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय सामाजिक कार्य शिक्षा परिषद की तत्काल आवश्यकता है'।
कार्यक्रम में अपनी बात रखते हुए, एनसीएसडब्ल्यूई के लिए उत्तर क्षेत्र अभियान समिति की संयोजक प्रोफेसर अर्चना दासी ने कहा कि परिषद विधेयक का प्रारूप सामाजिक कार्यों के अंतर्राष्ट्रीयकरण के संदर्भ में स्वदेशी दृष्टिकोणों से तैयार किया गया है।
चूंकि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी 2020) के कार्यान्वयन को धीरे-धीरे और चरणबद्ध तरीके से लागू करने की आवश्यकता होगी, कार्य समूह ने विधेयक का मसौदा तैयार करते समय यूजीसी और इसके मानदंडों जैसी वर्तमान शिक्षा प्रणाली का पालन किया। डॉ. शेवली कुमार ने आगे कहा कि समाज कार्य शिक्षा वह आधार है जिस पर समाज कार्य अभ्यास पेशेवर हो जाता है।
यह प्रस्तावित परिषद समाज कार्य अनुसंधान, ज्ञान विकास, प्रसार, पुनर्प्राप्ति और उपयोग को बढ़ावा देगी। इसके अलावा, समाज कार्य के छात्र को गुणवत्तापूर्ण सामाजिक कार्य शिक्षा, सक्षम शिक्षक, अद्यतन पुस्तकालय, छात्र सहायता सेवाएं, पूरे भारत में करियर परामर्श और विभिन्न क्षेत्रों में प्रासंगिक नौकरियों के अवसर प्राप्त होंगे।
समाज कार्य विभाग, राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर तथा राजस्थान राज्य अभियान समिति के संयोजक डॉ. सुभासिस भद्रा एवं डॉ. अतीक अहमद ने कार्यक्रम की मेजबानी करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय, कॉलेज, सरकारी विभागों और नागरिक समाज संगठनों जैसे अलग अलग क्षेत्रों से लोगों ने कार्यक्रम में भाग लिया और कार्यक्रम को एक सकारात्मक दिशा दी है।
गौरतलब है कि इस समिति की तरफ से राष्ट्रीय समाज कार्य परिषद की मांग को लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय, शिक्षा विभाग और यूजीसी को एक पत्र भी भेजा गया है।
समिति मांग करती है कि समाज कार्य की गुणवत्ता को बढ़ावा देने और इस क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए समाज कार्य शिक्षा परिषद का गठन किया जाए।
इसके साथ ही इस कार्यक्रम में राजस्थान राज्य अभियान समिति के छात्र सयोंजक गणेश नारायण चौधरी एवं ज्योति पाली, समाज सेवा कार्यों या संस्थानों से सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और कई लोगों ने पैनल के सामने अपनी बात भी रखी और सभी ने एकजुट होकर समाजसेवा में शिक्षा को बढ़ावा देने और राष्ट्रीय समाज कार्य शिक्षा परिषद के गठन की मांग की।
Post a Comment