Siyasi bharat: राजस्थान विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने वक्तव्य जारी कर कहा कि राजधानी जयपुर में 7 महीने की गर्भवती महिला के साथ एंबुलेंस में गैंगरेप की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं मानवता को शर्मसार करने वाली है तथा कोरोना महामारी में राज्य सरकार द्वारा लगाए गए सख्त लॉकडाउन की पोल खोलते हुए पुलिस प्रशासन की कथित मुस्तैदी की हकीकत को बयां कर रही है।
राठौड़ ने कहा कि प्रदेश में सत्ताधारी कांग्रेस सरकार के कुशासन में लचर कानून व्यवस्था के कारण अपराधियों के हौसलें बुलंद हैं और विशेष रूप से महिलाओं व मासूम बच्चियों के साथ बढ़ रही दुष्कर्म की घटनाएं रिकॉर्ड तोड़ रही है।
प्रदेश में राज्य सरकार ने कहने को तो सख्त लॉकडाउन लगा रखा है जिसमें प्रमुख चौराहों व सड़कों पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस प्रशासन को ठेंगा दिखाते हुए एंबुलेंस में दो दरिंदों ने गर्भवती महिला के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे दिया जिससे प्रदेश में सख्त लॉकडाउन व नाकाबंदी की हकीकत स्वतः ही बयां हो रही है।
उपनेता प्रतिपक्ष ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा था कि कोरोना महामारी में कोई भूखा नहीं सोना चाहिए, लेकिन जब भूख से बिलखती एक गर्भवती महिला द्वारा रोटी मांगने पर उसकी अस्मत लूट ली जाए तो इससे बड़ी शर्मनाक बात क्या होगी। महिलाओं-बच्चियों के साथ गैंगरेप, छेड़छाड़, दुष्कर्म की वारदातें प्रदेश काे कलंकित कर रही है।
राठौड़ ने कहा कि मातृशक्ति को सुरक्षा मुहैया कराना किसी सरकार की पहली प्राथमिकता होती है लेकिन सरकार महिला सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीर हैं वो नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों से स्पष्ट होता है जिसके अनुसार महिलाओं के साथ दुष्कर्म से संबंधित अपराधों में देशभर में राजस्थान पहले पायदान पर है। राजस्थान प्रदेश गैंगरेप का पर्याय बन गया है और गहलोत सरकार की यही एक मात्र उपलब्धि है।
उपनेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार की नाक के नीचे पुलिस प्रशासन के कड़े पहरे के बावजूद शहर के व्यस्तम मार्ग पर खाना मांग रही महिला को एंबुलेंस में बैठाकर अस्मत लूटी गई। इस जघन्य घटना से एक बार फिर साबित हो गया है कि गूंगी-बहरी इस कांग्रेस सरकार को महिलाओं की सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं है।
प्रदेश के मुखिया महिलाओं व मासूम बच्चियों को सुरक्षा देने के दावें करते हुए थकते नहीं है लेकिन वास्तवकिता यह है कि जब से उनके नेतृत्व में कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है हमारा शांतिप्रिय राजस्थान प्रदेश अब दुष्कर्म के मामलों में सिरमौर बन गया है।
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस शासन में राज्य की कानून व्यवस्था बुरी तरह चरमरा गई है, अपराधी बेखौफ होकर आपराधिक घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। घर से बाहर निकलने में भी महिलाएं व लड़कियां घबरा रही है। वहीं आमजन बहन-बेटियों की सुरक्षा के लिये चिंतित है।
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